इलायची और मिश्री खाने के फायदे,Benefits of eating cardamom and sugar candy

Benefits of eating cardamom and sugar candy

 

Benefits of eating cardamom and sugar candy

 Benefits of eating cardamom and sugar candy

इलायची और मिश्री भारतीय संस्कृति और आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। दोनों का उपयोग न केवल खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है, बल्कि इनके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।मिश्री और इलायची न केवल शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं बल्कि एक बेहतरीन पाचन सुधारक के रूप में भी काम करते हैं. हालांकि आमतौर पर भोजन के बाद माउथ फ्रेशनर के रूप में इसका सेवन किया जाता है, लेकिन इन दोनों सामग्रियों को एक साथ प्रयोग में लेने से गर्मी के मौसम में शरीर के तापमान को कंट्रोल करने और हेल्थ को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।इसे खाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है, जो शरीर को इंफेक्शन से बचाने में मददगार है।

इलायची के फायदे

इलायची, जिसे ‘एला’ भी कहा जाता है, एक सुगंधित मसाला है जिसका उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्राचीन समय से होता आ रहा है। इसके निम्नलिखित फायदे हैं:

पाचन सुधार:

इलायची पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करती है। इसमें मौजूद यौगिक गैस्ट्रिक रस के स्राव को उत्तेजित करते हैं, जिससे पाचन प्रक्रिया में सुधार होता है।

मौखिक स्वास्थ्य:

इलायची में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह के बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं। यह सांस की बदबू को दूर करने और दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखने में सहायक है।

मेटाबोलिज्म बढ़ाना:

इलायची का सेवन मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे वजन नियंत्रण में सहायता मिलती है।

मिश्री और इलायची दोनों के फायदे

मिश्री, जिसे रॉक शुगर भी कहा जाता है, प्राकृतिक मिठास का एक स्रोत है। यह कई औषधीय गुणों से भरपूर होती है और इसके निम्नलिखित फायदे हैं:

हृदय स्वास्थ्य:

इलायची और मिश्री में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं।

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ऊर्जा का स्रोत:

मिश्री त्वरित ऊर्जा का स्रोत है। और इलायची ताजगी का इसलिए इन दोनों को एक साथ खाने से थकान और कमजोरी दूर होती है और शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।

गले की खराश:

मिश्री का सेवन गले की खराश और खांसी में आराम पहुंचाता है। यह गले को शांत करता है और ठंड के लक्षणों को कम करता है।

पाचन में सहायता:

मिश्री और इलायची दोनों पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करती है। यह खाने के बाद मुंह को ताजगी देने के साथ ही पाचन को भी सुगम बनाती है।

दिमाग को ठंडक पहुंचाना:

मिश्री कि ताशिर ठण्डी होती है जिसकी वजह से मिश्री का सेवन दिमाग को ठंडक पहुंचाता है और तनाव को कम करने में काफी हद तक मददगार सिद्ध होता है।

इम्यूनिटी बूस्ट करने में उपयोगी

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए इलायची और मिश्री के पाउडर का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इलायची में विटामिन सी होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में फायदेमंद माना जाता है।

तनाव को कम करें

इलायची  और मिश्री के सेवन से आप तनाव को कम कर सकते हैं। इन दोनों का मिश्रण आपके मन को शांत करने में मददगार होता है। तनाव को कम करने के लिए आप सुबह या शाम की चाय के साथ इलायची और  मिश्री का उपयोग कर सकते हैं।

. मुंह की बदबू दूर करने में उपयोगी

इलायची और मिश्री का पाउडर एकसाथ खाने से मुंह की बदबू दूर करने में बहुत फायदा मिलता है। मुंह से बदबू आने की समस्या में आप इलायची के साथ मिश्री के दानें भी चबा सकते हैं। इसका सेवन करने से मुंह की बदबू के अलावा मुंह में जलन की समस्या में भी फायदा मिलता है।

स्ट्रेस रिलीफ:

इलायची की खुशबू और मिश्री कि मिठास और इनके ठण्ड किये गुण के कारण इस के सेवन से मानसिक तनाव को कम करने में मदद मिलती है।

डिटॉक्सिफिकेशन:

इलायची और मिश्री दोनों में डिटॉक्सिफिकेशन का गुण होने के कारण यह हमारे शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक है, जिससे किडनी और लीवर की कार्यक्षमता बढ़ती है।

निष्कर्ष

इलायची और मिश्री दोनों ही न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि इनके स्वास्थ्य लाभ भी अनेक हैं। इनका नियमित सेवन पाचन तंत्र, श्वसन तंत्र, हृदय, और मस्तिष्क के लिए अत्यंत लाभकारी है। आयुर्वेद में इन्हें महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और इन्हें प्राकृतिक उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है। इसलिए, अपनी दिनचर्या में इलायची और मिश्री को शामिल कर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

FAQ

1.1 दिन में कितनी सौंफ खाना चाहिए?

दिन में दो बार भोजन के बाद आधा चम्मच सौंफ लें। बेहतर स्वाद के लिए आप इसे मिश्री के साथ खा सकते हैं

2.रोज सौंफ खाने के क्या फायदे हैं?

सौंफ पेट के दर्द, पेट में सूजन, अल्सर, डायरिया और कॉन्स्टिपेशन में भी लाभदायक होती है। सौंफ में एनेथोल, फेनचोन और एस्ट्रैगोल होते हैं जो एंटीस्पास्मोडिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी के रूप में काम करते हैं। सौंफ के बीज में फाइबर होता है और यह आपके पाचन स्वास्थ्य को और बेहतर बनाता है।

3.सौंफ और मिश्री मिलाकर खाने से क्या होता है?

जब आप इस पानी का सेवन करते हैं तो यह मुंह को साफ करता है और दांतों को खराब करने के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया के विकास को कम करता है. सौंफ और मिश्री दोनों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गठिया, हड्डियों में दर्द-सूजन और मांसपेशियों में दर्द जैसी परेशानियों के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं.

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